#



दुनिया उन्ही की खैरियत पूछती है (The world asks for their goodness)

दुनिया उन्ही की खैरियत पूछती है (The world asks for their goodness)

दुनिया उन्ही की खैरियत पूछती है (The world asks for their goodness) जो पहले से ही खुश हों, जो तकलीफ में होते हैं उनके तो नंबर तक खो जाते हैं!_ अजीब तरह के लोग हैं इस दुनिया में, अगरबत्ती भगवान के लिए खरीदते हैं, और खुशबू खुद की पसंद की तय करते हैं!_

View More दुनिया उन्ही की खैरियत पूछती है (The world asks for their goodness)
दान करने से रुपया जाता है(The donation goes to the rupee)

दान करने से रुपया जाता है(The donation goes to the rupee)

दान करने से रुपया जाता है(The donation goes to the rupee)
“लक्ष्मी” नहीं!…
घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है!
“समय” नहीं!

View More दान करने से रुपया जाता है(The donation goes to the rupee)
"निंदा" से घबराकर अपने (Fear of "condemnation")

“निंदा” से घबराकर अपने (Fear of “condemnation”)

“निंदा” से घबराकर अपने (Fear of “condemnation”)
“लक्ष्य” को ना छोड़े क्योंकि….
“लक्ष्य” मिलते ही निंदा करने वालों

View More “निंदा” से घबराकर अपने (Fear of “condemnation”)
"कर्म" एक ऐसा रेस्टोरेंट है ,("Karma" is such a restaurant)

“कर्म” एक ऐसा रेस्टोरेंट है ,(“Karma” is such a restaurant)

“कर्म” एक ऐसा रेस्टोरेंट है ,(“Karma” is such a restaurant) जहाँ ऑर्डर देने की जरुरत नहीं है हमें वही मिलता है जो हमने पकाया है। जिंदगी की बैंक में जब ” प्यार ” का ” बैलेंस ” कम हो जाता है तब ” हंसी-खुशी ” के चेक बाउंस होने लगते हैं। इसलिए हमेशा अपनों के साथ नज़दीकियां बनाए रखिए ।

View More “कर्म” एक ऐसा रेस्टोरेंट है ,(“Karma” is such a restaurant)
घमंड और पेट(Vanity and stomach)

घमंड और पेट(Vanity and stomach)

घमंड और पेट(Vanity and stomach) जब ये दोनों बढतें हैं.. तब इन्सान चाह कर भी किसी को गले नहीं लगा सकता.. जिस प्रकार नींबू के रस की एक बूँद हज़ारों लीटर दूध को बर्बाद कर देती है… …उसी प्रकार… मनुष्य का अहंकार भी अच्छे से अच्छे संबंधों को बर्बाद कर देता है”.!!!

View More घमंड और पेट(Vanity and stomach)
जब कोई “हाथ” और “साथ”(When someone "hands" and "together")

जब कोई “हाथ” और “साथ”(When someone “hands” and “together”)

जब कोई “हाथ” और “साथ”(When someone “hands” and “together”) दोनों ही छोड़ देता है, तब “कुदरत” कोई न कोई उंगली पकड़ने वाला भेज देता है, इसी का नाम “जिदंगी” है…!! मुस्कुरा कर चलते रहिए..!! सहयोग एक बहुत ही महंगी चीज़ है इसकी हर किसी से उम्मीद न रखे क्योकि, बहुत ही कम लोग दिलके धनवान होते है।

View More जब कोई “हाथ” और “साथ”(When someone “hands” and “together”)