Change yourself not others

Change yourself not others

Change yourself not others

इंसान घर बदलता है, लिबास बदलता है,
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में (There is so much to be found in this life)

/> रिस्ते बदलता है,
दोस्त बदलता है,
फिर भी परेशान क्यो रहता है
क्योकी वो खुदको नही बदलता ।।
“मिर्जा गालिब ने कहा है ”
उम्र भर गालिब यही भूल करता रहा…!!
धूल चेहरे पर थी ओर आईंना साफ करता रहा..!!