“उम्मीदों” से बंधा,
एक जिद्दी परिंदा है इंसान
? जो घायल भी
“उम्मीदों” से है और,
जिन्दा भी “उम्मीदों” पर हैं..
“उम्मीदों” से बंधा,
एक जिद्दी परिंदा है इंसान
? जो घायल भी
“उम्मीदों” से है और,
जिन्दा भी “उम्मीदों” पर हैं..
अकेले ही लड़नी होती है,
जिंदगी की लड़ाई
क्योंकि
लोग सिर्फ तसल्ली देते है साथ नही।
“शिक्षक” और “सड़क”
दोनों एक जैसे होते हैं
खुद जहाँ है वहीं पर रहते हैं
मगर दुसरो को उनकी
मंजिल तक पहुंचा हीं देते हैं!
वो दिन कभी मत दिखाना
मेरे मालिक,
कि मुझे,
अपने आप पर
गुरुर हो जाये,
रखना मुझे इस तरह
सब के दिलों में,
कि
हर कोई
दुआ देने को मजबूर हो जाये।
वक्त ने बदल दिए तेरे मेरे रिश्ते की परिभाषा
पहले दोस्ती, फिर अपनापन और
अब अजनबी सा अहसास !!!
जो नसीब मे है..वो चलकर आयेगा.
जो नही है..वो आकर भी चला जायेगा.
जिंदगी को इतना सीरियस लेने की जरूरत नही है दोस्तो…
यहाँ से जिंदा बचकर कोई नही जायेगा..
एक सच है की…..
अगर जिंदगी इतनी अच्छी होती तो हम इस दुनिया मे रोते रोते ना आते…
लेकिन एक मीठा सच ये भी है अगर ये जिंदगी बुरी होती तो हम जाते जाते लोगो को रुलाकर ना जाते….
जी ले आज….कल किसने देखा हैं ।
સમડી ની ઉડવાની ઝડપ જોઇને ચકલી કયારેય ડીપ્રેશનમાં નથી આવતી…!!?
“મન ભરીને જીવો, મનમાં ભરીને નહી..”
इन्सान भी अजीब है,
दुआ के वक्त समझता है
कि खुदा बहुत करीब है
ओर~
गुनाह के वक्त समझता है
कि खुदा बहुत दूर है
Happy Uttarayan
हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे मे जाना है
लेकिन उसके पहले हमे,
आसमान छूकर दिखाना है ।
“बस ज़िंदगी भी यही चाहती है”
View More हर पतंग जानती है(Happy Uttarayan)“अपनी जिंदगी के
किसी भी दिन को मत कोसना”.
“क्योंकि;”
“अच्छा दिन खुशियाँ लाता है”
“और बुरा दिन अनुभव;.”.
“एक सफल जिंदगी के लिए
दोनों जरूरी है”
“फलदार पेड़ और गुणवान
व्यक्ति ही झुकते है,
सुखा पेड़ और मुर्ख
व्यक्ति कभी नहीं झुकते ।
कदर किरदार की होती है
… वरना…कद में तो साया भी
इंसान से बड़ा होता है..!!”?