‘सृष्टि’ कितनी भी बदल जाये..(Anything changed nature)
जीवन साथी के लिए एक कविता (A poem for spouse)
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हम सुखी नहीं हो सकते
पर
‘दृष्टि’ जरा सी बदल जाये
तो हम सुखी हो सकते हैं..
‘सृष्टि’ कितनी भी बदल जाये..(Anything changed nature)
जीवन साथी के लिए एक कविता (A poem for spouse)
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हम सुखी नहीं हो सकते
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‘दृष्टि’ जरा सी बदल जाये
तो हम सुखी हो सकते हैं..