जीवन का सत्य(Truth of Life)
दिल में “बुराई” रखने से बेहतर है, कि “नाराजगी” जाहिर कर दो ।
जहाँ दूसरों को “समझाना” कठिन हो, वहाँ खुद को समझ लेना ही बेहतर है ।
“खुश” रहने का सीधा सा एक ही “मंत्र” है, कि “उम्मीद” अपने आप से रखो, किसी और से नहीं..।
जीवन का सत्य(Truth of Life)
दिल में “बुराई” रखने से बेहतर है, कि “नाराजगी” जाहिर कर दो ।
जहाँ दूसरों को “समझाना” कठिन हो, वहाँ खुद को समझ लेना ही बेहतर है ।
“खुश” रहने का सीधा सा एक ही “मंत्र” है, कि “उम्मीद” अपने आप से रखो, किसी और से नहीं..।