अभ्यास हमें बलवान बनाता हैं (Practice makes us strong)

अभ्यास हमें बलवान बनाता हैं (Practice makes us strong)

अभ्यास हमें बलवान बनाता हैं (Practice makes us strong)
दुःख हमें इंसान बनाता हैं,
हार हमें विनम्रता सिखाती हैं,

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रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो(Whether the relationship is too deep or not)

रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो(Whether the relationship is too deep or not)

रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो(Whether the relationship is too deep or not) परन्तु भरोसा बहुत गहरा होना चाहिये.. गुरु वही श्रेष्ठ होता है जिसकी प्रेरणा से किसी का चरित्र बदल जाये और मित्र वही श्रेष्ठ होता है जिसकी संगत से रंगत बदल जाये..

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उम्मीदें तैरती रहती हैं,(Expectations floats)

उम्मीदें तैरती रहती हैं,(Expectations floats)

उम्मीदें तैरती रहती हैं,(Expectations floats)
कश्तीयां डूब जाती है..!!
कुछ घर सलामत रहते हैं,
आँधियाँ जब भी आती है..!!

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जीत निश्चित हो तो,(Victory is sure)

जीत निश्चित हो तो,(Victory is sure)

जीत निश्चित हो तो,(Victory is sure) कायर भी जंग लड़ लेते है… बहादुर तो वो लोग है , जो हार निश्चित हो फिर भी मैदान नहीं छोड़ते… भरोसा ” ईश्वर ” पर है, तो जो लिखा है तकदीर में, वो ही पाओगे… मगर , भरोसा अगर ” खुद ” पर है , तो ईश्वर वही लिखेगा , जो आप चाहोगे.

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" रिश्ता "(Relation)  और  " भरोसा "(Trust)

” रिश्ता “(Relation) और ” भरोसा “(Trust)

” रिश्ता “(Relation) और ” भरोसा “(Trust) दोनो ही दोस्त हे…! ” रिश्ता ” रखो या ना रखो… किंतु…. ” भरोसा ” जरूर रखना..! क्युं की जंहा ” भरोसा ” होता हे… वंहा ” रिश्ते ” अपने आप बन जाते है ..!!

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તારો અને મારો સંબંધ - Relation

તારો અને મારો સંબંધ – Relation

Relation

તારો અને મારો હવે, સંબંધ(Relation) સારો ના રહ્યો,
જેનો કર્યો વિશ્વાસ(Trust) મેં,એનો પનારો ના રહ્યો.

કોણે કહ્યું,કે હું

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रिश्ता और भरोसा

” रिश्ता ” और ” भरोसा ”
दोनो ही दोस्त हे…!
” रिश्ता ” रखो या ना रखो…
किंतु….
” भरोसा ” जरूर रखना..!
क्युं की जंहा ” भरोसा ” होता हे…
वंहा ” रिश्ते ” अपने आप बन जाते है

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साथ रह कर जो छल करें,

साथ रह कर जो छल करें,
उससे बड़ा कोई शत्रु
नहीं हो सकता

और

जो हमारे मुंह पर
हमारी बुराइयां बता दे,
उससे बड़ा कोई
मित्र हो नहीं सकता ।

याद रहें

साफ-साफ बोलने वाला
कड़वा जरुर होता है
पर धोखेबाज़
हर्गिज़ नहीं हो सकता !

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