लोग डूबते हैं तो समुंदर को दोष
देते हैं,
मंजिल ना मिले तो किस्मत को दोष देते हैं,
खुद तो सम्भल कर चलते नहीं,
जब लगती है ठोकर तब पत्थर को दोष देते हैं । जमाना क्या कहेगा ये मत सोचो…
क्योंकि ज़माना बहुत अजीब हैं,
नाकामयाब लोगो का मज़ाक उड़ाता हैं
और कामयाब लोगो से जलता हैं!
अगर लोग सिर्फ़ समझाने से समझते तो
बांसुरी बजाने वाला कभी महाभारत नहीं होने देता !