‘सृष्टि’ कितनी भी बदल जाये..(Anything changed nature)
ठंडा पानी और गरम प्रेस (Cold water and Hot Press)
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हम सुखी नहीं हो सकते
पर
‘दृष्टि’ जरा सी बदल जाये
तो हम सुखी हो सकते हैं..
‘सृष्टि’ कितनी भी बदल जाये..(Anything changed nature)
ठंडा पानी और गरम प्रेस (Cold water and Hot Press)
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हम सुखी नहीं हो सकते
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‘दृष्टि’ जरा सी बदल जाये
तो हम सुखी हो सकते हैं..