Happy Diwali
जिस आँगन में दिखे अंधेरा, वहीं पे दीप जलाना,
जिस घर नहीं जला हो चूल्हा, तुम भोजन पहुंचाना.
जो मुस्काना भूल गए, उन होठों को मुस्काना,
जिन आंखों ने देखे सपने, तुम सच कर दिखलाना.
जिसने मीठा स्वाद चखा न, उसे मिठाई खिलाना,
दीन दुखी आंखों के आंसू, पोंछ के तुम हर्षाना.
भूल गए जो कदम राह, तुम उनको राह दिखाना.
ऐसा यदि कर सके तो, समझो सच हुआ दीप जलाना।
आपको दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें ??