” रेस” (Race)
चाहे ‘गाड़ियों’ की हो,
या ‘जिंदगी’ की..
‘जीतते’ वो ही लोग हैं,
जो ‘सही वक़्त पे’
‘गियर’ बदलते हैं..।।
” रेस” (Race)
चाहे ‘गाड़ियों’ की हो,
या ‘जिंदगी’ की..
‘जीतते’ वो ही लोग हैं,
जो ‘सही वक़्त पे’
‘गियर’ बदलते हैं..।।