मन की आंखो (Heart eyes) से
रब का दीदार करो,
दो पल का है अन्धेरा
बस सुबह का इन्तजार करो।
क्या रखा है
आप
मन की आंखो (Heart eyes) से
रब का दीदार करो,
दो पल का है अन्धेरा
बस सुबह का इन्तजार करो।
क्या रखा है
आप