“स्कूलो”(School) में लिखा (Writing) होता है ,
“असूल” तोडना मना है !
बागों में लिखा होता है ,
“फूल” तोडना मना है !
“खेलों” मैं लिखा होता है ,
“रूल” तोडना मना है !
….काश …
रिश्ते, परिवार, दोस्ती में
भी यह लिखा होता कि
“साथ” छोङना मना है ?