- वो कागज की दौलत ही क्या (What is the paper’s wealth)
जोपानी से गल जाये और
आग से जल जाये
दौलत तो दुआओ की होती हैं
न पानी से गलती हैं
न आग से जलती हैं…
आनंद लूट ले बन्दे,
प्रभु की बन्दगी का
ना जाने कब छूट जाये,
साथ जिन्दगी का।।
पानी से गल जाये और
आग से जल जाये
दौलत तो दुआओ की होती हैं
न पानी से गलती हैं
न आग से जलती हैं…
आनंद लूट ले बन्दे,
प्रभु की बन्दगी का
ना जाने कब छूट जाये,
साथ जिन्दगी का।।