“एक व्यक्ति बनकर जीना महत्वपूर्ण नहीं है(It is
not important to live in a person) अपितु एक व्यक्तित्व बनकर जीना अधिक महत्वपूर्ण है ,,
क्योंकि व्यक्ति तो समाप्त हो जाता है लेकिन व्यक्तित्व सदैव जीवित रहता है ….
“एक व्यक्ति बनकर जीना महत्वपूर्ण नहीं है(It is
not important to live in a person) अपितु एक व्यक्तित्व बनकर जीना अधिक महत्वपूर्ण है ,,
क्योंकि व्यक्ति तो समाप्त हो जाता है लेकिन व्यक्तित्व सदैव जीवित रहता है ….