जीवन के सबक (Lessons of life)
जिसकी इजाज़त दिल ना दे वो काम मत कीजिये
अपने हाथों से अपना खेल तमाम मत कीजिये.
नफरत हो, डर हो या मोहब्बत हो किसी से,
अपनी शख्सियत को दूसरे का गुलाम मत कीजिये.
खुदा ने बड़ी नेमतों से बख्शी है जिंदगी,
अपनी रूह की सुनिये, इसे हराम मत कीजिये.
जूनून की हवा दीजिये अपने इरादों को,
और फिर एक लम्हे का भी आराम मत कीजिये.
ना दीजिये कभी किसी को मजबूरियों का हवाला,
अपने होसलों का नाम बदनाम मत कीजिये.
संभाल कर रखिये अपने दर्द सीने में,
हमसे कहिये इन्हें चर्चा ए आम मत कीजिये.
ऐसे जियो की आखरी सांस भी मुकम्मल हो,
आधे अधूरे से कोई भी काम मत कीजिये.
मौत एक पल भी मोहलत नहीं देगी,
यूँ बरबाद अपने सुबह शाम मत कीजिये.
ना जाने किस मोड़ पर फिर मुलाकात हो जाए,
कभी किसी से भी आखरी सलाम मत कीजिये ।