चक्रव्यूह रचने वाले सारे अपने ही होते हैं.(All those who create the squared planning are themselves)
कल भी यही सच था
और आज भी यही सच है.!!
संभाल के रखना अपनी पीठ को
‘शाबाशी’ और ‘खंजर’ दोनो यहीं पर मिलते है.!!!
चक्रव्यूह रचने वाले सारे अपने ही होते हैं.(All those who create the squared planning are themselves)
कल भी यही सच था
और आज भी यही सच है.!!
संभाल के रखना अपनी पीठ को
‘शाबाशी’ और ‘खंजर’ दोनो यहीं पर मिलते है.!!!