“काश ऐसी बारिश⛈ आये जिसमें(Wish such a rain that came in)
अहम डूब जाए
मतभेद के किले ढह जाएं
घमंड चूर चूर हो जाए
गुस्से के पहाड़ पिघल जाए
नफरत हमेशा के लिए दफ़न हो जाये
और हम सब
“मैं” से “हम” हो जाएं ……
Tag: Collapse the fortress of the differences
- A
- B
- C
- D
- E
- F
- G
- H
- I
- J
- K
- L
- M
- N
- O
- P
- Q
- R
- S
- T
- U
- V
- W
- X
- Y
- Z