“व्यवहार” घर का शुभ कलश है।(Auspices of home is Behavior)
और “इंसानियत” घर की “तिजोरी”।
“मधुर वाणी” घर की “धन-दौलत” है।
और “शांति” घर की “महा लक्ष्मी”।
“पैसा” घर का “मेहमान” है।
और “एकता” घर की “ममता।
“व्यवस्था” घर की “शोभा” है
और समाधान “सच्चा सुख”।