Thoughts

“विचार” एक “जल” की तरह है

“विचार” एक “जल” की तरह

है,
आप उसमें “गंदगी” मिला दो तो
वह “नाला” बन जाऐगा,
अगर उसमें “सुगंध” मिला दो तो
वह “गंगाजल” बन जाऐगा !

Jeel Patel

Recent Posts