दौलत से सिर्फ सुविधायें मिलती हैं(Just facilities
from wealth meets)
“सुख” नहीं!!
“सुख” मिलता है “आपस” के प्यार से व अपनों के “साथ” से
अगर सिर्फ “सुविधाओं” से सुःख मिलता तो “धनवान” लोगों को कभी “दुःख” न होता.
दौलत से सिर्फ सुविधायें मिलती हैं(Just facilities
from wealth meets)
“सुख” नहीं!!
“सुख” मिलता है “आपस” के प्यार से व अपनों के “साथ” से
अगर सिर्फ “सुविधाओं” से सुःख मिलता तो “धनवान” लोगों को कभी “दुःख” न होता.