कौन कहता है ?(Who says?)
आंसुओं में वजन नहीं होता,
एक आंसू भी छलक जाता है
तो मन हल्का हो जाता है..!!
जिन्दगीं में किसी का साथ काफी है,
कंधे पर किसी का हाथ काफी है,
दूर हो या पास…क्या फर्क पड़ता है,
अनमोल रिश्तों का तो
बस “एहसास” ही काफी है !!
कौन कहता है ?(Who says?)
आंसुओं में वजन नहीं होता,
एक आंसू भी छलक जाता है
तो मन हल्का हो जाता है..!!
जिन्दगीं में किसी का साथ काफी है,
कंधे पर किसी का हाथ काफी है,
दूर हो या पास…क्या फर्क पड़ता है,
अनमोल रिश्तों का तो
बस “एहसास” ही काफी है !!