किसी को अपना बनाओ
तो ?“दिल” से बनाओ….
“जुबान” से नहीं ।
और किसी पर गुस्सा करो
तो “जुबान” से करो…..
“दिल” से नही
क्योंकि सुई में वही
धागा पार हो सकता है,
जिस धागे में कोई गांठ नहीं हो .