“कर्म” एक ऐसा रेस्टोरेंट है ,(“Karma” is such a restaurant)
जहाँ ऑर्डर देने की
जरुरत नहीं है
हमें वही मिलता है जो
हमने पकाया है।
जिंदगी की बैंक में जब
” प्यार ” का ” बैलेंस ”
कम हो जाता है
तब ” हंसी-खुशी ” के
चेक बाउंस होने लगते हैं।
इसलिए हमेशा
अपनों के साथ
नज़दीकियां बनाए रखिए ।