अच्छे रिश्तों” को …वादे… और …शर्तों…की,. जरूरत नही होती..
बस दो खुबसूरत लोग चाहिए,
“एक निभा सके”… और… “दुसरा उसको समझ सके..
अच्छे रिश्तों” को …वादे… और …शर्तों…की,. जरूरत नही होती..
बस दो खुबसूरत लोग चाहिए,
“एक निभा सके”… और… “दुसरा उसको समझ सके..