रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो(Whether the relationship is too deep or not) परन्तु भरोसा बहुत गहरा होना चाहिये..…
भरोसा उस पर करो जो आपके अंदर की तीन बातें जान सके... मुस्कुराहट के पीछे दुःख, गुस्से के पीछे प्यार,…
" रिश्ता "(Relation) और " भरोसा "(Trust) दोनो ही दोस्त हे...! " रिश्ता " रखो या ना रखो... किंतु.... "…
मुझे परखने में तूने पूरी जिंदगी लगा दी,,,,,,,,,, काश! कुछ वक्त समझने में लगाया होता....!!