जीवन में अगर 'खुश' रहना है तो, स्वयं को एक 'शांत सरोवर' की तरह बनाए..... जिसमें कोई 'अंगारा' भी फेंके…
चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊंगा !! या तो मंजिल मिल जाएगी, या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा…
क्रोध के समय थोडा रुक जायें और.. गलती के समय थोडा झुक जायें दुनिया की सब समस्यायें हल हो जायेगी...!!!
किसीको गलत समझने से पहले एक बार उसके हालात समझने की कोशिश जरुर करों ! ? हम सही हो सकते…
निराश मत होना , कमजोर तेरा वक्त है , " तु " नहि । 'ज़िन्दगी' में कभी किसी 'बुरे दिन'…
शब्द और सोच दूरियां बढ़ा देते है, क्योंकि..... कभी हम समझ नहीं पाते, और कभी समझा नहीं पाते.
"जिंदगी ऐसी ना जियो...!!! "कि लोग 'फरियाद' करे...!!! "बल्की ऐसी जियो...!!! "कि लोग तुम्हे 'फिर-याद' करे...!
बुरे में अच्छा ढूंढो.., तो कोई बात बने...! अच्छे में बुराई ढूंढना.., ये तो दुनिया का रिवाज़ है...
अच्छे रिश्तों" को ...वादे... और ...शर्तों...की,. जरूरत नही होती.. बस दो खुबसूरत लोग चाहिए, "एक निभा सके"... और... "दुसरा उसको…
ભાગ્ય તમારા હાથમાં નથી હોતું પણ ? નિર્ણય તમારા હાથમાં હોય છે. ? ભાગ્ય તમારો નિર્યણ નથી બદલી શકતો પણ…