झूठ में आकर्षण होता है,(attraction in lies)
पर
स्थिरता “सत्य” में ही होती है.
शब्दो का वजन तो बोलने वाले के
भाव पर आधारित है !
एक शब्द मन्त्र हो जाता है
एक शब्द गाली कहलाता है
वाणी ही व्यक्ति के
व्यक्तित्व का परिचय कराती है…
झूठ में आकर्षण होता है,(attraction in lies)
पर
स्थिरता “सत्य” में ही होती है.
शब्दो का वजन तो बोलने वाले के
भाव पर आधारित है !
एक शब्द मन्त्र हो जाता है
एक शब्द गाली कहलाता है
वाणी ही व्यक्ति के
व्यक्तित्व का परिचय कराती है…