मांगी हुई खुशियों से,
किसका भला होता है,
मैंने दहेज़ नहीं माँगा (I did not ask for dowry) Thought | dowry law misuse, social theory, Social Thought in hindi, social customs, social norms, social mores, social change
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किस्मत में जो लिखा होता है,
उतना ही अदा होता है,
न डर रे मन दुनिया से,
यहाँ किसी के चाहने से,
नहीं किसी का बुरा होता है,
मिलता है वही,
जो हमने बोया होता है,
कर पुकार उस प्रभु के आगे,
क्योंकि सब कुछ उसी के बस में होता !